प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को तलब किया।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया, जिसका संचालन कांग्रेस पार्टी के पास है।
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आई-टी जांच 2013 में दिल्ली में एक निचली अदालत के समक्ष भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत की जांच से उठी। शिकायत में अखबार के अधिग्रहण में गांधी परिवार की ओर से धोखाधड़ी और पैसो की हेराफेरी का आरोप लगाया गया था। स्वामी ने आरोप लगाया था कि गांधी परिवार ने यंग इंडियन के माध्यम से अखबार के पूर्व प्रकाशकों को खरीदकर नेशनल हेराल्ड के स्वामित्व वाली संपत्तियों का अधिग्रहण किया, जिसमें उनकी 86 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
निचली अदालत के समक्ष शिकायत में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने केवल 50 लाख रुपये का भुगतान करके धन की हेराफेरी की, जिसके माध्यम से यंग इंडियन ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त किया था जो AJL ने कांग्रेस को दिया था।
यह आरोप लगाया गया था कि YI, जिसे नवंबर 2010 में 50 लाख रुपये की पूंजी के साथ शामिल किया गया था, ने AJL की लगभग सभी हिस्सेदारी हासिल कर ली थी, जो नेशनल हेराल्ड चला रही थी।
I-T विभाग ने कहा था कि राहुल गांधी के YI में जो शेयर हैं, उससे उन्हें 154 करोड़ रुपये की आय होगी, न कि लगभग 68 लाख रुपये, जैसा कि पहले मूल्यांकन किया गया था। I-T विभाग पहले ही आकलन वर्ष 2011-12 के लिए YI को 249.15 करोड़ रुपये का डिमांड नोटिस जारी कर चुका है।
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